बिल्व पत्रों को मंत्रोच्चारण के साथ शिवलिंग पर चढ़ाया जाता है। बिल्व पत्र भगवान शिव को प्रिय हैं और अर्चन करने से वे प्रसन्न होते हैं और साथ ही हमारे पापकर्म भी कम होते हैं।
बिल्वार्चन हमारी शक्ति और भक्ति के आधार पर किया जा सकता है।
- १०८: बिल्वार्चन से शिवलिंग पूजन कार्य व्यवसाय की उन्नति हेतु।
- १००८: सहस्र बिल्वार्चन से शिवलिंग पूजन संतान प्राप्ति हेतु।
- १२५०००: लक्ष बिल्वार्चन से शिवलिंग पूजन सभी प्रकार की सुख समृद्धि और वैभव प्राप्ति हेतु।
बिल्वार्चन पूजा कब करनी चाहिए?
महाशिवरात्रि फाल्गुन , श्रावण माह के प्रत्येक सोमवार व् मासिक शिवरात्रि, जन्म नक्षत्र दिवस और अन्य शुभ दिन।