प्रयागराज में शिव बिल्वार्चन पूजा

प्रयागराज में शिव बिल्वार्चन पूजा

Shiva Bilvarchan Puja in Prayagraj

प्रयागराज में शिव बिल्वार्चन पूजा

शिव बिल्वार्चन पूजा एक धार्मिक अनुष्ठान है जिसमें मंत्रोच्चार के साथ शिवलिंग पर बिल्व पत्र चढ़ाए जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि इससे कई लाभ मिलते हैं। बिल्वार्चन शिवलिंग पर बिल्वपत्र चढ़ाने की क्रिया है। 108 या सहस्र और लक्ष बिल्वार्चन भगवान शिव को प्रसन्न करने और अपनी इच्छाओं की पूर्ति और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए किया जाता है।

मुख्य जानकारी:

  • बिल्वपत्र शिवलिंग पर अर्चन के लिए छोड़ दिया जाता है।
  • बिल्वपत्र त्रिदोष दैहिक, दैविक और भौतिक तथा त्रिजन्म पाप दोष दूर करने के लिए मासिक शिवरात्रि और श्रावण माह, सोमवार को करना अति उत्तम व शुभकारी होता है।
  • यह अनुष्ठान हमारे पापकर्मों से स्वयं को मुक्त करने के लिए किया जाता है।
  • मुख्य देवता भगवान शिव हैं।

हमारी प्रतिबद्धता:

  • वैदिक और अनुभवी आचार्य ।
  • हम उच्च स्तर की सेवा और एक श्रेष्ठतम अनुभव की गारंटी देते हैं।
  • पूजा शास्त्रों के अनुसार की जाती है।
  • सभी समारोह वैदिक मानकों और प्रक्रियाओं का पालन करते हैं।
  • एक बेहतरीन पूजा अनुभव सुनिश्चित करने के लिए उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री।
  • समय की पाबंदी और प्रामाणिकता की गारंटी।

बिल्व पत्रों को मंत्रोच्चारण के साथ शिवलिंग पर चढ़ाया जाता है। बिल्व पत्र भगवान शिव को प्रिय हैं और अर्चन करने से वे प्रसन्न होते हैं और साथ ही हमारे पापकर्म भी कम होते हैं।

बिल्वार्चन हमारी शक्ति और भक्ति के आधार पर किया जा सकता है।

  • १०८: बिल्वार्चन से शिवलिंग पूजन कार्य व्यवसाय की उन्नति हेतु।
  • १००८: सहस्र बिल्वार्चन से शिवलिंग पूजन संतान प्राप्ति हेतु।
  • १२५०००: लक्ष बिल्वार्चन से शिवलिंग पूजन सभी प्रकार की सुख समृद्धि और वैभव प्राप्ति हेतु।

बिल्वार्चन पूजा कब करनी चाहिए?

महाशिवरात्रि फाल्गुन , श्रावण माह के प्रत्येक सोमवार व् मासिक शिवरात्रि, जन्म नक्षत्र दिवस और अन्य शुभ दिन।

नोट : अनुष्ठान के लिए के लिए मिस्टिक पावर के कस्टमर केयर नंबर पर पूछताछ करें । हमारे आचार्य जी सभी आवश्यक पूजा सामग्री लाएंगे।