हमारी सेवाएं

देव पूजन

मिस्टिक पावर सभी सनातनियों के लिए एक विशेष सःशुल्क सेवा "देव पूजन" करता है ।

Learn More

भविष्य दर्शन

मिस्टिक पावर की भविष्य दर्शन सःशुल्क सेवा आपकी सभी ज्योतिषीय समस्याओं का समाधान करने हेतु है।

Learn More

सांस्कृतिक आयोजन

मिस्टिक पावर राष्ट्र जागरण और सांस्कृतिक चेतना के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करता हैं।

Learn More

+ हमारे बारे में +

आधुनिक जीवन की आपाधापी में, मनुष्य अपने प्राचीन ज्ञान और परंपराओं से दूर होता जा रहा है। आज की भागदौड़ भरी जीवन शैली में आचरण में पवित्रता, धर्म से विमुखता, शांति, संतुलन और स्वास्थ्य का अभाव हो रहा है। ऐसे में धर्म, अध्यात्म, ज्योतिष, योग और आयुर्वेद जैसे प्राचीन विज्ञान और पद्धतियाँ मनुष्य को मानसिक, शारीरिक और आत्मिक रूप से सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

सहायता हेतु

सहायता एवं जानकारी हेतु संपर्क करें

+91 - 8810322236

न्यूज़ लैटर
Ear Rings
Rs4200.00 Rs3700.00
Ear Rings
Rs4600.00 Rs4100.00
Peacock
Rs3650.00 Rs3150.00
Cofflink Gulabi meenakari
Rs3100.00 Rs2600.00
Cofflink Gulabi meenakari
Rs2850.00 Rs2350.00
Ganesh
Rs4650.00 Rs4150.00
Jhumka
Rs2600.00 Rs2100.00
img25
  • 23 November 2025
दिल्ली में होगा ‘सनातन राष्ट्र’ का शंखनाद !

इस महोत्सव के द्वितीय दिवस “विश्वकल्याणकारी सनातन राष्ट्र” पर विशेष सत्र आयोजित होगा, जिसमें नक्सलवाद, आतंकवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे...

img25
  • 13 November 2025
काल एवं महाकाल का तात्पर्यं

सृष्टि के मूल में कर्म-संस्कार अवश्य है तथापि अपक्व संस्कार से सृष्टि नहीं हो सकती। इसके लिये काल अपेक्षित है।...

img25
  • 13 November 2025
विपत्ति से बचने के उपाय

वृन्दावनवास करने के वे ही अधिकारी हैं जिनका मन स्थिर है। अस्थिर मन वाले लोगों का वृन्दावनवास सम्भवतः अनर्थोत्पादक हो...

img25
  • 12 November 2025
भगवान विष्णु के नित्य अवतार

आकाश में इसके ५ रूप हैं। ३ धामों के ३ अन्तरिक्षों में मूल पदार्थ दीखता है जिससे आदि हुआ, अतः इनको...

img25
  • 08 November 2025
शतमुख कोटिहोम और श्रीकरपात्री जी

इतिहासों के अवलोकन से अवगत होता है कि-कोटिहोम का प्रचार प्राचीन समय में अत्यधिक था किन्तु इघर सैकड़ों वर्षों से...

img25
  • 08 November 2025
वेद में हनुमान् का स्वरूप

हनुमान् शब्द का हन्मन रूप वेद वर्णित है। ऋग्वेद में दूत शब्द ९० बार, हनू शब्द ४ बार तथा हन्मना...