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भारत की स्वतन्त्रता
अरुण कुमार उपाध्याय (धर्मज्ञ)-
इसके बारे में बहुत से भ्रम या सन्देह हैं कि भारत कब स्वतन्त्र हुआ या अभी तक नहीं हुआ।
(१) प्रथम विश्व युद्ध में अंग्रेजों ने आश्वासन दिया था कि युद्ध में भारत की सहायता के बदले वे भारत को स्वाधीन कर देंगे। अंग्रेजों ने उसके अनुसार युद्ध समाप्त होते ही संसद भवन का निर्माण आरम्भ कर दिया। स्वाधीन देश के लिए ही संसद भवन होता है और उसमें भारत के ही नेता थे। इसी संसद भवन में भारतीय नेताओं के सामने ८-४-१९२९ को भगत सिंह तथा बटुकेश्वर दत्त ने बम फेंका था। भारत का कौन सा वर्ग स्वाधीन था-अंग्रेजों द्वारा स्थापित कांग्रेस पार्टी के सदस्य या उनसे स्वाधीनता युद्ध करने वाले भगत सिंह? क्या तुर्की के खलीफा के समर्थन में आन्दोलन स्वाधीनता में देरी करने के लिए था जिसके लिए १९३१ में कांग्रेस द्वारा कहा गया कि पूर्ण स्वाधीनता ही लेंगे, कॉमनवेल्थ के अधीन नहीं। कांग्रेस के उस निर्णय के अनुसार भारत आज भी कॉमनवेल्थ सदस्य रूप में पराधीन है। भारत में खिलाफत आन्दोलन की तैयारी अंग्रेजी सेना के कर्नल टामस एडवर्ड लारेंस ने कांग्रेस नेताओं के सहयोग से बनायी थी। खलीफा के पक्ष में संघर्ष करने के लिए केरल के २ मुस्लिम नेता रूस हो कर जा रहे थे। उनको ब्रिटेन के मित्र रूस ने ताशकन्द में रख कर १९२० में भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी की स्थापना की। इसी ताशकन्द में १९६६ जनवरी में लाल बहादुर शास्त्री की हत्या के साथ नेहरू परिवार की सत्ता पुनः वापस आयी थी। लारेंस ने तुर्की से अरब को अलग करवाने के लिए संघर्ष किया। उसके बाद उनको केरल में भेजा गया जहां वे वन विभाग के मुख्य गोविन्द मेनन के घर रखा गया। मोपला द्वारा हिन्दू नरसंहार की योजना वहीं बनी और केरल कांग्रेस के प्रमुख नारायण मेनन ने नरसंहार का पूर्वाभ्यास ६ मास पूर्व किया था, जिसके लिए उनको २५-९-१९२२ को कालीकट जिला जज द्वारा आजीवन काला पानी की सजा मिली। इसके विरुद्ध अपील को मद्रास उच्च न्यायालय ने ५-१०-१९२३ को अस्वीकार कर दिया। उनके वकालत का लाइसेंस भी मद्रास उच्च न्यायालय ने १९-११-१९३५ को अस्वीकार कर दिया। १०,००० से अधिक हिन्दुओं के नरसंहार के लिए केरल की कांग्रेस सरकार ने उनको ८-१०-२०१६ को सम्मानित किया।
https://hamletram.blogspot.com/…/lawrence-of-arabia-and…
https://indiankanoon.org/doc/1341288/
https://indiankanoon.org/doc/1778930/
https://www.thehindu.com/…/Resurrec…/article15475681.ece
https://frontline.thehindu.com/…/article32952125.ece
https://timesofindia.indiatimes.com/…/arti…/80067887.cms
इस कारण मेनन परिवार नेहरू का अति प्रिय था और स्वाधीन होते ही कृष्ण मेनन को ब्रिटेन में भारत का राजदूत बनाया। वहां उन्होंने द्वितीय विश्वयुद्ध में बेकार हुई ब्रिटेन की जीपों ओ टैंक के भाव में खरीदा जिसे जीप स्कैण्डल कहा जाता है।
https://en.wikipedia.org/wiki/Jeep_scandal_case
इसके पुरस्कार में उनको भारत का रक्षा मन्त्री बनाया। उस रूप में अमेरिका से मिली युद्ध सामग्री को सीमा पर भेजने के लिए हरिदास मून्दड़ा के माध्यम से कलिंग एयरवेज बना, जिसे बनने के अगले दिन ही सभी सामग्री सीमा पर भेजने के लिए मिल गयी। भूल से वह सामान सिंगापुर गया जहां से चीन पहुंच गया, जो चीन से लड़ने के लिए अमेरिका ने भेजा था। यह मून्दड़ा स्कैम के नाम से प्रसिद्ध है। अतः अमेरिका ने भारत के बदले पाकिस्तान को हथियार देना आरम्भ किया जिसके बल पर उसने १९६५ में भारत पर आक्रमण किया।
(२) १९३६ में प्रातः सभी राज्यों में कांग्रेस की सरकार अंग्रेजों ने बनवायी। वह स्वतन्त्रता भारत को दी गयी थी या केवल कांग्रेस को?
(३) मार्च, १९४२ में स्टैफर्ड क्रिप्स के द्वारा ब्रिटेन सम्राट् ने भारत की स्वाधीनता का प्रस्ताव भेजा। पर उस स्वाधीनता के साथ विभाजन का प्रस्ताव नहीं था, अतः कांग्रेस ने अस्वीकार कर दिया। इसे देशद्रोह मान कर महर्षि अरविन्द ने विरोध किया था। बहाना बना कि भारत को कॉमनवेल्थ में रहना पड़ेगा जो आज भी है। मार्च में स्वाधीनता को अस्वीकार कर ६ मास बाद के नाटक ’भारत छोड़ो’ आन्दोलन का क्या अर्थ था?
(४) २१-१०-१९४३ को सुभाष चन्द्र बोस ने आजाद हिन्द फौज की स्थापना की और भारत के प्रथम प्रधान मन्त्री बने। वर्तमान भारत के क्षेत्र फल का प्रायः ८०% भाग उनके अधीन २ वर्ष तक रहा। क्या यह स्वाधीनता नहीं थी?
(५) अर्काट रामास्वामी मुदालियर द्वितीय विश्वयुद्ध में चर्चिल के साथ युद्ध समिति के सदस्य थे। २६-६-१९४५ को उन्होंने स्वाधीन भारत के प्रतिनिधि रूप में संयुक्त राष्ट्रसंघ के संस्थापक सदस्य रूप में हस्ताक्षर किया तथा सुरक्षा परिषद् के भी सदस्य बने, जिसे भारत ने चीन को बाद में समर्पित कर दिया। उसके २ मास बाद जापान पर २ परमाणु बम गिरने के साथ विश्वयुद्ध का अन्त हुआ। १९३९ में युद्ध समिति का संचालन, १९४५ में संयुक्त राष्ट्रसंघ की सदस्यता-ये घटनायें क्या भारत को स्वाधीन नहीं घोषित करतीं? जस्टिस पार्टी की स्थापना तथा १९२४ में कोल्हापुर में दलित राजनीति का आरम्भ करने के बाद भी मुदालियर के बदले अम्बेडकर कैसे दलित नेता बने। पटेल को बहुमत मिलने पर भी नेहरू कैसे प्रधान मन्त्री बने। इसे लोग गान्धी की चालबाजी कहते हैं। पर एक महत्त्वपूर्ण पक्ष है। अंग्रेज उन्हीं पर अधिक विश्वास करते थे जो ब्रिटेन में पढ़ कर मानसिक रूप से अंग्रेज थे-गान्धी, नेहरू, अम्बेडकर, राधाकृष्णन। इसके विपरीत सरदार पटेल, सुभाष चन्द्र बोस, राजेन्द्र प्रसाद, मुदालियर, राजगोपालाचारी आदि इंगलैण्ड में नहीं पढ़े। अतः इनकी अंग्रेज भक्ति कम रही।
(६) १९४७ में भारत को स्वाधीनता मिली या नेहरू-जिन्ना तथा शेख अब्दुल्ला को सत्ता मिली? इनको कई लोग रक्त सम्बन्ध से भाई समझते हैं।
(७) भारत विभाजन अधिनियम के अनुसार पाकिस्तान मुस्लिम राष्ट्र तथा भारत हिन्दू राष्ट्र है। किन्तु भारत अभी तक हिन्दू राष्ट्र नहीं घोषित हुआ। उस अधिनियम के अनुसार भारत स्वाधीन है या नहीं?
(८) २०१४ में केन्द्र में नेहरू परिवार का राजत्व समाप्त होने को कुछ लोग भारत की स्वाधीनता मान रहे हैं।
(९) पूर्व कम्यूनिस्ट तथा वर्तमान कांग्रेस सदस्य कन्हैया कुमार के अनुसार अभी तक भारत स्वाधीन नहीं है और उन्होंने जेएनयू से स्वाधीनता संघर्ष का आरम्भ किया।
(१०) विदेशी शासन के कारण जिन लोगों की जीविका समाप्त हो गयी, उनको अपराधिक जाति घोषित किया गया था। स्वाधीनता के बाद यह अधिनियम समाप्त किया गया। २०११ में सम्पूर्ण हिन्दू समाज को अपराधी घोषित करने का कानून तैयार हुआ जो कांग्रेस को सत्ता मिलने पर पास हो गया रहता।
https://prsindia.org/theprsblog/the-nac-communal-violence-bill-prevention-of-communal-and-targeted-violence
भाजपा ने सत्ता में आने के बाद इसमें थोड़ा परिवर्तन कर केवल सवर्ण जातियों को अपराधी घोषित कर दिया है। इसके अनुसार उनके विरुद्ध कोई भी झूठा आरोप लगते ही उनको अपराधी मान लिया जायेगा, उसे जमानत नहीं मिलेगी तथा उसकी जांच भी इस अपराधी समुदाय का कोई व्यक्ति नहीं कर सकता है। क्या यह ब्रिटिश पराधीनता का विस्तार नहीं है?
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