धर्म-पथस्तुति भागवतोक्तं सविधि नारायणकवचम् Mystic PowerJune 28, 2022 डा. दीनदयाल मणि त्रिपाठी(प्रबंध सम्पादक)- विधि –स्नानादि से निवृत्त होकर उत्तर दिशा में मुख करके बैठ जाय । तत्पश्चात ३ वार आच... 0
धर्म-पथ “धार्मिक क्रियाकलापों का वैज्ञानिक महत्त्व” Mystic PowerJune 28, 2022 डॉ. दीनदयाल मणि त्रिपाठी (प्रबंध संपादक)- हमारा पूरा ब्रह्मांड ऊर्जा के प्रवाह पर ही आधारित है। ऊर्जा अलग-अलग रंगों की कंपन शक्ति से... 0
धर्म-पथव्रत पर्व और उत्सव शरद पूर्णिमा का आध्यात्मिक महत्त्व Mystic PowerJune 28, 2022 कृतिका खत्री,सनातन संस्था- कोजागरी पूर्णिमा के दिन चंद्र पृथ्वी के सर्वाधिक निकट रहता है । इस रात्रि लक्ष्मी तथा इंद्र की पूजा की जा... 0
धर्म-पथव्रत पर्व और उत्सव ध्यानयोग साधना के लिए अति दिव्य योग नवरात्रि Mystic PowerJune 28, 2022 महामण्डलेश्वर स्वामी सहजानन्द गिरिजी महाराज- शारदीय नवरात्र प्रारम्भ है, भगवती उपासना के प्रथम दिन मां शैलपुत्री का पूजन किया जाता ह... 0
धर्म-पथव्रत पर्व और उत्सव नवरात्र व्रत का इतिहास, महत्व और विज्ञान Mystic PowerJune 28, 2022 कु. कृतिका खत्री, सनातन संस्था, दिल्ली सर्वमंगल मांगल्ये शिवेसर्वार्थ साधिके। शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोस्तुते। अर्थ: सभी मंग... 0
धर्म-पथस्तुति प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहि,जलधि लांघि गये अचरज नाहीं॥ Mystic PowerJune 28, 2022June 28, 2022 पी के सिंह,सेवानिवृत्त अभियंता– प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहि, जलधि लांघि गये अचरज नाहीं॥ अर्थ- हनुमानजी श्री रामचन्द्र जी की अंगूठी... 0
तीर्थधर्म-पथ शिव रूप काशी क्षेत्र Mystic PowerJune 28, 2022 अरुण कुमार उपाध्याय (धर्मज्ञ)- काशी क्षेत्र तथा ३ नदियों के रूप में शंकराचार्य ने शिव-शक्ति की स्तुति की है- पवित्री कर्तुं नः पशुपत... 0
धर्म-पथ यज्ञीय पदार्थ तथा पात्र परिचय Mystic PowerJune 28, 2022 डॉ.दीनदयाल मणि त्रिपाठी (प्रबंध सम्पादक )- श्रौत-स्मार्त्त यज्ञों में विविध प्रयोजनों के लिये पात्रों की आवश्यकता होती है । जिस प्रक... 0
धर्म-पथस्तुति भक्ति की महामहिमा निर्वचन नारद भक्ति सूत्र द्वारा Mystic PowerJune 28, 2022 डॉ. दीनदयाल मणि त्रिपाठी (प्रबंध संपादक)- भक्ता एकान्तिनो मुख्याः । एकान्त भक्त ही मुख्य (श्रेष्ठ ) है ( एकान्त – जिसका प्रेम केवल भ... 0
धर्म-पथस्तुति हनुमान-दर्शन ‘हनुमान वडवानल स्तोत्र’ Mystic PowerJune 28, 2022 शशांक शेखर शुल्ब- हनुमानजी की प्रार्थना में तुलसीदासजी ने हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, हनुमान बाहुक, संकटमोचन हनुमानाष्टक, आदि अनेक स्त... 0