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ज्योतिष और मधुमेह
पंडित संदीप वशिष्ठ जिज्ञासु, वनस्पति तंत्र एवं आध्यात्म विशेषज्ञ-
Mystic Power- मधुमेह (डायबिटिज )
पंचतत्व के इस भौतिक शरीर में रोग कब आ जाये कुछ नहीं कहा जा सकता किन्तु समय रहते अगर इसकी जानकारी मिल जाये तो हमारी सतर्कता उस रोग का निदान कर लेती है वर्तमान युग में एक जानकारी के मुताबिक लगभग 75% लोगों को मधुमेह की बीमारी है। वस्ति या मूत्राशय के रोग में शुगर या मधुमेह प्रमुख रोग है । वीर्य विकार की गणना प्रमेह रोगों के अन्तर्गत आती है आयुर्वेद में यह रोग अनेक प्रकार का कहा गया है । हमारे शरीर में शर्करा की मात्रा अनियमित खान पान के बढ़ जाती तब हमें इसकी पहचान होती है यह रोग शरीर को कमजोर बनाता है जिसके कारण दांत व हड्डी का गलना शुरू हो जाता है आँखों पड़ता है और मेरे अनुभव में देखा गया है कि शरीर में जगह जगह घाव तक हो जाते हैं जो कि आसानी से हटते भी नहीं। अमूमन यह रोग 40 वर्ष की आयु के बाद ही शुरू होता किन्तु आज के वर्तमान समय में यह छोटे बच्चों में भी देखने को मिल जाती है ।
आज विषय है इसको कैसे पहचाना जाये ज्योतिष के माध्यम से और यह होता कैसे है तथा इसका निवारण कैसे संभव है। हमारे प्राचीन ग्रंथों में एक “सारावली ” ग्रंथ है जिसमें इसके अनेक प्रमाण मिलते हैं
शूर प्रमेह पीड़ितमश्मर्योपह्रतमातुरं शान्तम्
जनयुति रविणा दृष्टो जीवगृहे चन्द्रजः पुरूषम्।
अर्थात् :- धनु व मीन राशि में स्थित बुध पर जब सूर्य की दृष्टि या युति हो तब जातक मधुमेह अर्थात डायबिटिज से पीड़ित होगा ।
2- यदि सूर्य लग्न में तथा मंगल सप्तम भाव
3- दशम में मंगल शनि युत
4- षष्ठ भाव गत लग्नेश शुक्र
5- अष्टम भाव में पाप ग्रह की दृष्टि
6- अष्टम भाव गत गुरु पर पाप की दृष्टि या नीच का तब
कुडंली में जब गुरु शुक्र की दशा अनर्तदशा में चंद्र व केतु की प्रत्यंतर दशा हो तब भी मधुमेह की बीमारी जातक को होती हैं ।
समुद्र शास्त्र में भी देखा है जब बुध पर्वत से रेखा चंद्र पर्वत पर जाती है
नाखून छोटे व पीले
मस्तिष्क रेखा पर चिन्ह आदि आपको शुगर के रोग कोई दर्शाते हैं ।
हमने अनेक कुडंलियो का शोध कर यह जाना हैं
और बिना किसी दवाओं के मधुमेह रोग से मुक्त हुआ जा सकता है ।
1- सुबह निहार मुँह नीम की नई कोपल खायें ।
2- नीम की दातौंन करें । निबोली (फल ) खाये ।
3- हरी पत्तों वाली सब्जी अवश्य खाये ।
4-धर्म कर्म के माध्यम से ग्रह शान्ति प्रयोग कराये
5- सफेद सदाबहार के फूल पत्ती इस रोग में लेना लाभ दायक है ।
अब आपको पता चल गया होगा कि हमारे शरीर में इस खतरनाक बीमारी का किडनी दिल हड्डी नाड़िया सभी पर कितना बुरा असर पड़ता है । वैसे कई अनेक विद्वानों के अपने अपने मत हैं जिन्होंने मधुमेह को अन्य ग्रहों से भी जोड़ कर देखा हैं परन्तु मेरे अपने अनुभव जो निकला वो मैंने समाज कल्याण के लिए आपसे शेयर किया आशा करता हूँ इस लेख के माध्यम से आप तो लाभ लेंगे ही अपने इष्ट मित्रों को भी लाभ पहुँचायेगे ।
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:- लेखक के व्यक्तिगत विचार होते हैं जो कि सनातन धर्म के तथ्यों पर आधारित होते हैं। -:
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