मिस्टिक ज्ञान अमृत-तत्त्व Mystic PowerNovember 3, 2022October 29, 2022 श्री सुशील जालान बृहदारण्यक उपनिषद् एक मुख्य उपनिषद् है। इसकी ऋचाएं (01.03.28) हैं, “असतो मा सद्गमय, तमसो मा ज्योतिर्गमय, मृत... 0