Tag: mystic power

ALL A B C D E F G H I J K L M N O P Q R S T U V W X Y Z
mystic power

ब्रह्म के स्थान

अरुण कुमार उपाध्याय (धर्मज्ञ )-   मनुष्य ब्रह्मा कई थे, उनके स्थान तथा समय भी भिन्न-भिन्न हैं। इसमें भ्रम के कई कारण हैं। (१) ध...
guru kurabani

गुरु का बलिदान … किसे याद है इनकी कुर्बानी

नमन कृष्ण भागवत किंकर(धर्मज्ञ)- चिड़ियों से मै बाज लडाऊ गीदड़ों को मैं शेर बनाऊं, सवा लाख से एक लडाऊ तभी गोबिंद सिंह नाम कहउँ। आज का...
pratham jal pralay

प्राचीन जल-प्रलय

श्री अरुण उपाध्याय (धर्मज्ञ)- (१) प्रथम जल प्रलय-हमारे शास्त्रों में कई जल-प्रलयों की चर्चा है। पहला जल प्रलय प्रायः ३१००० ई.पू. में...
वेद में मूर्ति तत्त्व

वेद में मूर्ति तत्त्व

अरुण कुमार उपाध्याय (धर्मज्ञ) १. मूर्त-अमूर्त का समन्वय- परात्पर निर्विशेष ब्रह्म निराकार है। उसे देखना, जानना सम्भव नहीं है। उसके द...
शिवलिंगोपासना

शिवलिंगोपासना

डॉ. दीनदयाल मणि त्रिपाठी (प्रबंध संपादक) निर्गुण-निराकार रूप में शिवलिंगोपासना की विशेष महिमा पुराणों में बतायी गयी है। पूजन के पूर्...
WhatsApp-Image-2020-06-17-at-11.50.40-AM-800×445-1-1

सत्यनारायण कथा के आध्यात्मिक अर्थ

चक्रपाणि त्रिपाठी (पुजारी हनुमान मंदिर,लखनऊ) भविष्य पुराण ३.२.२८-२९ में दी गई सत्यनारायण की कथा तथा लोक में प्रचलित सत्यनारायण की कथ...
बौधिक दासता

भारत की बौद्धिक दासता

अरुण कुमार उपाध्याय (धर्मज्ञ)- बौद्धिक दासता कई अर्थों में यह बाकी विश्व में भी है और भारत से अधिक है। इसाइयों को ईसा मसीह की भेड़ कह...
विष्णु तत्व

विष्णु तत्त्व

श्री अरुण उपाध्याय (धर्मज्ञ) ऋग्वेद में ६ सम्पूर्ण सूक्त विष्णु के हैं तथा अन्य कई में उल्लेख है- (ऋक्, १/२२/१६-२१, १/१५४, १/१५५, १/...