तंत्र शास्त्र तन्त्रशास्त्र और शरीर-विज्ञान Mystic PowerNovember 28, 2022November 28, 2022 डॉ . दीनदयाल मणि त्रिपाठी mysticpower – तन्त्रशास्त्र के आलोक में शरीर विज्ञान को समझा जा सकता है । तांत्रिक शरीर-विज्ञान मे... 1
मिस्टिक ज्ञान तीन बाह्ययान Mystic PowerJuly 25, 2023 श्री पेमा तेनजिन- Mystic Power – पुद्रलनैरात्म्य ज्ञान का बोध करना श्रावकयानियों का दर्शन है। ये वस्तुओं की स्वलक्षण सत्ता स्व... 0
महापुरुष तीन सप्तसिन्धु Mystic PowerMarch 25, 2023 श्री अरुण कुमार उपाध्याय (धर्मज्ञ )- Mystic Power- १. सप्तसिन्धु-वेद में ३ सप्त सिन्धु का उल्लेख है जो भारत के मध्य, पूर्व और पश्चिम... 0
तंत्र शास्त्र दीक्षा द्वारा पंचशक्तियों को कैसे प्राप्त करें? Mystic PowerDecember 23, 2023December 21, 2023 श्री परमहंस निरंजनानन्द- Mystic Power- दीक्षा के लिये किसी पदार्थ, द्रव्य या आधार का होना आवश्यक है। तन्त्र शास्त्र के अनुसार सम्पूर... 0
तंत्र शास्त्र देव उपासना संबंध से तंत्र का भेदनिरूपण Mystic PowerJuly 8, 2022 महामहोपाध्याय पंडित राजेंद्र शास्त्री- देवताओं के उपासना संबंध से तंत्र का भेदनिरूपण संक्षेप में कुछ इस प्रकार होगा- क... 1
तंत्र शास्त्रमिस्टिक ज्ञान देवता के चित्र पर त्राटक Mystic PowerJanuary 7, 2024January 3, 2024 योगी आनन्द जी Mystic Power-जो अभ्यासी भक्ति मार्ग वाले साधक हैं, अगर वो चाहें तो अपने इष्ट अथवा अपने मनपसन्द देवता पर त्राटक का अभ्य... 0
धर्म-पथस्तुति धूप बत्ती के प्रकार लाभ और निर्माण विधि Mystic PowerMarch 16, 2023 डॉ. दीनदयाल मणि त्रिपाठी (प्रबन्ध सम्पादक) – हिन्दू धर्म में धूप देने और दीपक जलाने का बहुत अधिक महत्त्व है। सामान्य तौर पर धू... 0
तंत्र शास्त्र पंचमकार और भ्रांतियां Mystic PowerMarch 31, 2023March 31, 2023 विशिष्टानंद “कौलाचारी”- Mystic Power- महापापवशान्नृणां तेषु वाञ्छामिजायते। तेषाञ्च सद् गतिर्नास्ति कल्पकोटि शतैरपि।। S मधपानेन मनुजो... 0
तंत्र शास्त्र प्राकाम्य सिद्धि Mystic PowerFebruary 26, 2023February 21, 2023 श्री सुशील जालान mystic power- आद्या शक्ति चैतन्य स्वरूप भगवती अन्नपूर्णा अनंत ब्रह्माण्ड नायिका है, प्राकाम्य महासिद्धि इसका विलास... 0
तंत्र शास्त्र भूत-शुद्धि विधि Mystic PowerAugust 26, 2022 डॉ.मदनमोहन पाठक (धर्मज्ञ )- Mystic Power (षडध्वशोधन की विधि)-गुरु शिष्य को योग्य पाकर उसकी भूत शुद्धि (षडध्वशोधन ) करते हैं जिससे शि... 0