साधना चोरी से बचाता है उल्टा तिलक

img25
  • मिस्टिक ज्ञान
  • |
  • 31 October 2024
  • |
  • 0 Comments

श्री अनिल गोविन्द बोकील (नाथसंप्रदाय मे पूर्णाभिषिक्त और  तंत्र मार्ग मे काली कुल मे पूर्णाभिषिक्त के बाद साम्राज्याभिषिक्त।) आज एक महत्वपूर्ण बात आपके समक्ष रखना चाहता हूँ । हम अक्सर सुनते है - इंद्र ; यम ; नारद आदि आदि । ये शब्द व्यक्तिवाचक बिलकुल नहीं है । ये सभी पद याने posts है । आज के इंद्र की जगह कुछ कालावधी के बाद कोई अन्य लेगा । वैसे ही अन्य posts के विषय मे जाने । अब इन सभी को ऊर्जा की जरूरत होती ही है । ऊर्जा के लिए ये खुद साधना नहीं कर सकते । अत: वे ऊर्जा प्राप्ति के लिए प्रयत्नशील रहते है । आप जानते ही है कि पितृपक्ष मे हम पूर्वजो के लिए तर्पणादि करते है । इससे उनकी अगली यात्रा सुखकर रहती है । कोई इंद्र  वगेरो के लिए कुछ करते है ? नहीं । इसीलिए ये योनी ऊर्जा की तलाश मे रहती है । कहां से प्राप्त करते रहते है ऊर्जा ? कोई भी साधक कुछ साधना करते है ; तब उनकी साधना मे रहे न्यून / छिद्र / गलतीयां वे पकड लेते है । और उसी माध्यम से पूरी साधना चोरी करते रहते है । जब भी साधक साधना करते है ; तब ऊर्जा ऊर्ध्वगामी होती है । और साधना मे छिद्र रहेंगे तब वही से साधक की साधना ये योनीयां तुरंत ग्रहण करती है । और साधक को लगने लगता है कि इतनी साधना करने पर भी कुछ नहीं हो रहा ? निराशा आती है। इसीलिए उपाय बताया जा रहा है अब । गायत्री मंत्र मे शुरू मे चार व्याहृती होती है ।  " ओम ; भु:  ; भुव:  ; स्व:  । इसका उपयोग करना चाहिये । तरीका यह होगा एक बर्तन मे जल लेना । उसमे अपने दाहिने हाथ की अनामिका डूबोकर हिलाते हुए उक्त चारो व्याहृती उलटे क्रम से जपना  " स्व: भुव: भू: ओम " । और अनामिका से अपने माथेपर  ( कपोल पर ) उलटा        ( ऊपर से नीचे ) तिलक करना । इस से साधना समय की हमारी ऊर्जा ऊर्ध्वगामी होनेपर भी अपने ही अंदर रहेगी । उसे कोई चुरा नहीं सकेगा । कितना समय लगता है इसके लिए ? बस्स ; १० सेकंद ।।  कोई भी साधना करने से पहले ऐसा उलटा तिलक जरूर करे ।  



Related Posts

img
  • मिस्टिक ज्ञान
  • |
  • 05 September 2025
खग्रास चंद्र ग्रहण
img
  • मिस्टिक ज्ञान
  • |
  • 23 August 2025
वेदों के मान्त्रिक उपाय

0 Comments

Comments are not available.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Post Comment