ॐ मणिपद्मे हुँ। बौद्ध धर्म का साधना मन्त्र है जो विशेषकर हिमालय क्षेत्रों में प्रचलित है।...
भागवत माहात्म्य में कहा जाता है कि भक्ति तथा उसकी सन्तान ज्ञान और वैराग्य का जन्म द्रविड़ में हुआ, वृद्धि...
इसका तात्पर्य यह मानते हैं कि कार्यक्रम पूर्ण हुआ। पर इसका यह अर्थ नहीं है।...
दीक्षा सम्प्रदाय में होती है,धर्म में नहीं । क्योंकि जो धर्म में नहीं है वह अधर्म में है ।...
उक्त प्रश्न में दो नहीं,बल्कि तीन शब्दों में तुलना करना है — प्रतिमा,विग्रह,मूर्ति ।...
चक्र स्थान यह पुरूषों के मेरूदंड के सबसे नीचे तिकोनी हड्डी में तथा गुदा के पास रीढ़ खंभ में स्थित...
दिल्ली आर्ट गैलरी में हिंदू देवी-देवताओं के आपत्तिजनक चित्र प्रदर्शित करने के मामले में हिंदू जनजागृति समिति और अन्य हिंदुत्वनिष्ठ...
उसी की सत्ता से सभी सत्तावान् हैं, प्रतिष्ठित हैं, चेतन हैं और आनन्दरूप हैं। वही एक तत्त्व विभिन्न रूपवाला होकर...
शैव दर्शन में मूलभूत परम अद्वैत तत्त्व को परमशिव, अर्थात् परमेश्वर कहा गया है । संसार में होने वाले बन्धन...
मनुष्य रूप में २८ बुद्धों का स्तूप (थूप) वंश में वर्णन है। प्रथम कश्यप बुद्ध थे, जिनको स्वायम्भुव मनु के...