तन्त्र में भाव बहुत ही गुरुत्वपूर्ण पारिभाषिक शब्द है। कौलावली तन्त्र के ग्यारहवें उल्लास में बताया गया है कि 'भावपदार्थ'...
किसी व्यक्तिको प्रयत्न करनेपर भी निवासके लिये भूमि अथवा मकान न मिल रहा हो, उसे भगवान् वराहकी उपासना करनी चाहिये।...
श्री हनुमान जन्मोत्सव प्रत्येक वर्ष चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन मनाया जाता है। सनातन के...
संध्या कर्म के निश्चित काल का लोप हो जाने पर भी प्रायश्चित्त करना पड़ता है, फिर कर्म का लोप होने...
मणि पद्म-आकाश गंगा के समुद्र में उसकी सर्पाकार भुजा शेषनाग है, जिसके ७ खण्डों को ऋग्वेद (९/५४/२) में आकाशगंगा की...
भारत मे २५ से अधिक शक तथा संवत्सर प्रचलित हुये। पर भारतीय लोग तिथि नहीं देते थे। तिथि केवल ग्रीक/रोमन...
अस्य श्रीशिवपञ्चाक्षरी मन्त्रस्य वामदेव ऋषिः । पंक्तिः छन्दः । श्रीईशानो देवता । ओं बीजम् । नमः शक्तिः । शिवायेति कीलकम्...
'मनुष्य शक्तिशाली होने की महत्वाकांक्षा रखता है' इसी सिद्धांत के अनुसार अपनी अपनी अभिरूचि को लक्ष्य करके सभी प्रयत्न कर...
तन्त्र शास्त्रों का मूलभूत सिद्धान्त है- इच्छाशक्ति, ज्ञानशक्ति और क्रियाशक्ति। सर्वप्रथम इच्छा होती है कि मुझे यह चाहिए या यह...
निरञ्जन तत्त्व-जो किसी प्रकार के अञ्जन से नहीं दीखे या अनुभव किया जा सके वह निरञ्जन तत्त्व है। यह अति...