हर गुरु का यही उद्देश्य है कि शिष्य उससे आगे निकले तथा उनकी भूलों का भी सुधार करें।...
तैत्तिरीय उपनिषद् ने ५ प्रकार के अर्थ कहे हैं। सभी अर्थों के बाद भी प्रथम मन्त्र की पूर्ण व्याख्या नहीं...
राजकीय केन्द्र काशी के राजा जैसे दिवोदास भोज थे, और इस क्षेत्र की भाषा भोजपुरी है। नक्शा बनाने के लिये...
इन्द्र ने असुरों को मारने के पहले ८८,००० शालावृक विद्वानों को मारा, जो भारत में रहते थे, किन्तु असुरों का...
स्थूल विश्व से सूक्ष्म का अनुमान अतिरोहण है-यदन्नेनातिरोहति (पुरुष सूक्त, २) नीचे से उठने की सभी क्रियायें रोहित हैं-भूमि में...